हर घर बिजली: प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना (सौभाग्य योजना) का परिचय
"हर घर बिजली" भारत सरकार की एक प्रमुख पहल है, जिसे "प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना" या "सौभाग्य योजना" के नाम से जाना जाता है। इस योजना का शुभारंभ 25 सितंबर 2017 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था, जिसका उद्देश्य देश के सभी गैर-विद्युतीकृत घरों को बिजली कनेक्शन प्रदान करना था।
मुख्य विशेषताएं:
लक्ष्य: ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सभी गैर-विद्युतीकृत घरों को बिजली कनेक्शन प्रदान करना।
लाभार्थी: सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना (SECC) 2011 के आधार पर पहचाने गए गरीब परिवारों को निःशुल्क बिजली कनेक्शन प्रदान किया गया, जबकि अन्य परिवारों को ₹500 का नाममात्र शुल्क देना पड़ा, जिसे 10 मासिक किस्तों में बिजली बिल के माध्यम से चुकाया गया।
तकनीकी सहायता: दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों में स्थित घरों के लिए सौर फोटोवोल्टिक (SPV) आधारित स्टैंडअलोन सिस्टम प्रदान किए गए, जहां ग्रिड विस्तार संभव नहीं था।
निगरानी: योजना की प्रगति की निगरानी के लिए वेब-आधारित प्रणाली और मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग किया गया, जिससे वास्तविक समय में अद्यतन प्राप्त किए जा सके।
उपलब्धियाँ:
सौभाग्य योजना के तहत, 31 मार्च 2019 तक देश में 2.62 करोड़ से अधिक घरों का विद्युतीकरण किया गया, जिससे भारत ने सार्वभौमिक घरेलू विद्युतीकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया।
नवीनतम पहल:
सरकार ने हाल ही में "पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना" शुरू की है, जिसका उद्देश्य 1 करोड़ घरों में सौर पैनल स्थापित करना है, जिससे हर महीने 300 यूनिट मुफ्त बिजली प्रदान की जा सके।
निष्कर्ष:
"हर घर बिजली" पहल ने भारत में ऊर्जा पहुंच को व्यापक रूप से बढ़ाया है, जिससे न केवल जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है, बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास को भी गति मिली है।